Hey doston!! कैसे हो आप सब ? आज का हमारा पोस्ट attitude से जुड़ा है । जिसमे अक्सर लोग बोलते है aukat में रहना ( aukat Shayari ) ऐसा अकसर आपके ज़रूर सुना होगा ।
हमारा ये पोस्ट उन लोगों के लिए है जो लोग अपना पावर शब्दो के माध्यम से दिखाना चाहते है और किसी को feel कराना चाहते है । आपको ध्यान में रहे aukat शब्द सुनने में आपकी एक अलग vibe जरूर देता होगा ।
Aukat Shayari In Hindi
दिलों से नफ़रत मिटाये जा रहा हूँ, इश्क़ की औकात दिखाए जा रहा हूँ.
Dilon se nafarat mitaye ja raaha hoon,
ishq ki aukat dikhae ja raha hoon..!!
नज़रों से घमण्ड का पर्दा भी हटाएगा, वक़्त ही तुझे तेरी औक़ात दिखाएगा.
Najaron me ghamand ka parda bhi hatayega,
waqt hi mujhe teri aukat dikhaega…!!
Apni aukat shayari
दौलत से औकात नापी जाए जहाँ, क्या इंसान की कद्र होगी वहाँ।
Daulat se aukat napi jae jahn,
kya insa ki kardr hogi wahan…!!
लोग बातों ही बातों में हालात पूछ लेते हैं, कितना कमा लेते हो कहकर, औकात पूछ लेते हैं।
log baton hi baton me, halat puch lete hai ,
kitna kama lete ho kahkar , aukat puch lete hai …!!
Meri aukat shayari in hindi
बेवजह ही नहीं होती आंखों से बरसात, दौलत ने पूछी होगी दिलवालों की औकात।
Bewahaj hi nahi hoti ankhon se barsat.,
daulat ne puchi hogi dilwalon ki aukat,,,!!
इश्क़ में अमीरी-ग़रीबी देखी नहीं जाती है, क्योंकि औकात से मोहब्बत की नहीं जाती है.
ishq me amiri garibi dekhi nahi jati hai ,
kyuki aukat se mohbat ki nahi jati hai ..!!
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती।
aksar wahi log uthate hai hum ungliya
jinki hume chhune ki aukat nahi hoti ..!!
Aukat shayari for gf
तुम मुझे अपनी औकात क्यों दिखाते हो, जिनके पास होती है वो कुछ करके दिखाते है.
tum mujhe apni aukat kyun dikhate ho,
jiske pass hoti wo kuch karke dikhate hai …!!
Meri aukat nahi shayari
चाहत है खुद का नाम करूँ औकात से बाहर के काम करूँ |
chahta hai khud ka Nam karu,
aukat se bahar ke kam karu…!!
Apni Aukat Shayari in Hindi
बनाने वाले ने एक समान जिस्म बनाया, फिर ये ‘औकात’ इंसान का कहाँ से आया.|
banate wale ne ek saman jism banaya,
phir se aukat insan ka kaha se aaya..!!
पत्थर-सा दिल, उसमें जज़्बात नहीं सुन बेवफा! तेरे ‘इश्क़’ की औक़ात नहीं |
patthar sa dil, usme jajbat nahi ,
sun bewafa, tere ishq ki aukat nahi …!!
कुछ लोगों की वफ़ा की ज़ात नहीं होती, रिश्ते तो बना लेते हैं, बस निभाने की औक़ात नहीं होती।
kuch logon ki wafa ki jaat nahi hoti,
rishte to bana lete hai bas nibhane ki aukat nahi hoti..!!
Aukat sad shayari
औकात की बात वही करते है, जिनकी कोई औकात नहीं होती है.|
aukat ki bat wahi karte hai ,
jinki koi aukaat nahi hoti hai .,.,.!!|
औकात देखकर जरूरते भी सिमट जाती है, जेब में पैसा न हो तो भूख भी मिट जाती है.
aukat dekhakar jarurt bhi simat jati hai,
jeb me paisa na ho to bhukh bhi mit jati hai |
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ, वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी |
Main kyun kuch soch kar dil chhota karu,
wo utni hi kar saki wafa jitni uski auakt thi..!!
औकात दिखा देती है एक दिन मोहब्बत भी, इसलिए खुद से ज्यादा चाहत किसी की मत रखना।
aukat dikha deti hai ek din mohbat bhi,
esliye khuda se jyada chahat kisi ki mat rakhana..!!
उसकी औकात का उसे एहसास जरुरी था, शीशा था, टूटना जरुरी था।
uski aukat ka use ehsas jaruri tha,
shish tha, tutna jaruri tha, |
तेरी तो इतनी भी औकात नहीं की तुझसे नफरत करूँ, ना जाने कैसे मोहब्बत हो गई।
teri to itni bhi auakt nahi ,
ki tujhse nafrat karu,
na jane kaise mohbat ho gayi..!!
झूठ इसलिए बिक जाता है क्योंकि, सच को खरीदने की सबकी औकात नहीं होती।
jhuth esliye bik jata hai kyuki,
Sach ko kharidne ki sabki nahi hoti..!!
कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, औकात में रहूं इसीलिए औकात दिखाते है।
kuch log is tarah jine ka salika sikhate hai,
aukat me rahoon esliye aukat dikhate hai ..!!
मालूम है मुझे मेरी औक़ात, हर बार क्यों दिखाते हो, छोड़ना है तो छोड़ ही जाओ न, यूँ हर बार क्यों सताते हो।
Maloom hai mujhe meri aukat,
har bar kyun dikhate ho,
chhodna hai to chhod hi jao na
yoon har bar kyun satate ho…!!
खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धुल का, मगर दो बून्द बारिश ने औकात बता दी।
khub hausala badhaya andhiya ne dhul ka,
magar do bunda barish ne aukat bata di…!!
सब की औकात है बस सफ़ेद चादर, और वो भी खुद से ओढ़ने की ताकत न होगी।
sab ki aukat hai bas safed chadar.
aur wo bhi khud se audane ki takat na hogi ..!!
वो बार बार औकात की बात करता है, इसे वक़्त के बारे में बता दो कोई।
wo bar bar aukat ki bat karta hai,
ise waqt ke bare me bata do koi …!!
बिगड़े वक्त में सच्चा दोस्त ही हालात पूछता है, वरना हर कोई सबसे पहले औकात पूछता है.
bigade waqt me sach dost ki halat puchta hai ,
warna har koi sabse pahle auakt puchta hai ..!!
Aukat shayari for bf
मेरी दौलत को जो मेरी औकात समझता है, शायद वो दोस्त मुझको नहीं समझता है.|
meri daulat ko jo meri aukat samjhna hai ,
shayad wo dost mujhko nahi samjhata hai ..!! |
जब दुश्मनों की दुश्मनी अच्छी लगने लगती है, तो दुश्मनों को अपनी औकात पता लगने लगती है.||
Jab dushmno ki dushmni achhi lagane lagti hai ,
to dushmno ko apni aukat pata lagane lagati hai ..!! ||
इज्ज़त दोगे तो इज्ज़त पाओगे, औकात दिखाओगे तो बड़ा पछताओगे। ||
ijjat doge to ijjat paoge,
aukat dikhaoge to bada pachhtgaoge..!!||
औकात तो उसकी बड़ी होती है साहब, जो गरीबों से भी इज्जत से बात करें।
aukat to uski badi hoti sahab,
jo garibon se bhi ijjat se bat kare..!!
इंसानी जिस्म महज मिट्टी और धूल है, औकात, दौलत, अकड़ महज इंसानी भूल है.
Insani jism mahaj mitti aur dhul hai ,
aukat dolat akad, mahaj insani bhul hai..!!
जो इन्तिकाम लेने उतरूँ मैं, तो अपनी कलम से तेरी औकात बता दूं।
Jo intikam lene utaru main,
to aapni kalam se teri, aukat bata doon, ||
औकात तो उनकी मुंह लगाने की भी ना थी, हम तो उनसे दिल लगा बैठे थे।
aukat to unki muh lagane ki bhi na thi,
hum to unse dil laga baithe the,,!!
औकात जो नाप रहे हो ज़ुबान की धार से, ज़रा ख़ुद में झाँक लो ज़मीर के दीदार से।
aukat jo naap rahe ho juban ki dhar se,
zara khud me jhak lo jamir ke didar se,,!!
कोशिशे लाख आजमाई तुम्हारा साथ निभाने में, एक पल भी न लगा तुम्हे औकात दिखाने में।
koshishe lakh ajamai tumhara sath nibhane me,
ek pal bhi na laga tumhe aukat dikhane me..!!
बुरे वक़्त के साथ जो मैंने अपनी मुलाकात देख ली, किसी की सच्चाई और किसी की औकात देख ली।
bure waqt ke sath jo mene apni mulakat dekh li,
kisi ki sachai aur kisi ki aukat dekh li..!!
वो छोड़ के गए तो एक सबक सीखा गए,
अबके कोई आये तो उसे औकात में रखा जाए।
wo chhod ke gae to ek sabak sikha gae,
abake koi aaye to use aukat me rakha jae,,!
Meri Aukat Sad Shayari in Hindi
आँच क्या लगी दूध उबाल खाने लगा, एक बूँद पानी ने उसकी औकात दिखा दी.
aanch kya lagi dugh ubal khane laga,
ek bund pani ne uski aukat dikha do..!!
दोस्ती को दौलत की तराजू पर मत तोलो, वफ़ा करने की औकात गरीबी में ही है.
Dosti ko dolat ki taraj par mat tolon,
wafa karne ki aukat garib me hi hai ,,,!!
जिनकी औकात नहीं आँख से आँख मिलाने की,
अब वो भी बात करने लगे है घर से उठाने की.
jinaki aukat nahi ankh se ankh milane ki,
ab wo bhi baat karne lage hai, ghar se uthane ki..!!
इश्क़ सच्चा हो तो जज्बात नहीं बदलते, बेईमानी से कमाई दौलत औकात नहीं बदलते।
Ishq sachha ho to jajbat nahi badalte,
beimani se kamai daulat aukat nahi badalte,,,!!
मुसीबतों का यहाँ हर कोई मारा है, पर सबसे बड़ा औकात हमारा है.
Musibat ka yahan har koi mara hai,
par sabse bada aukat hamara hai ..!!
औकात शायरी
बुरे वक्त की भी क्या बात होती है, वो भी सलाह देता है जिसक कोई औकात नहीं होती है.
Bure waqt ki bhi kya baat hoti hai,
Wo bhi salah deta hai jiske koi aukat nahi hoti hail.!!
छोटे लोग है ख्वाहिशें बड़ी है, औकात कौड़ी की है, और सिफारिशे बड़ी है.
Chhote lega hai khahishe badi hai ,
aukat kodi ki hai , aur sifarishe badi hai ,
खुद कुछ करके दिखाने की औकात नहीं, औरो में कमियां निकालने का कोई फायदा नहीं।
khud kuch karke dikhaane ki aukat nahi ,
auron me kamiya nikalane ka koi fayda, nahi,
Aukat Shayari for GF and Bf
औकात नहीं थी जमाने की, जो मेरी कीमत लगा सके, कम्बख्त इश्क़ में क्या गिरे मुफ़्त में नीलाम हो गए.
aukat nahi thi jamane ki ,
jo meri kimat laga sake,
kambkhat ishq me kya gire
muft me nilam ho gae,,!!
गरीबों की औकात ना पूछो तो अच्छा है, इनकी कोई जात न पूछो तो अच्छा हैं.
Garib ki aukat na pucho to acch hai,
inki koi jaat na pucho to acha hai ..!!
दौलत हो तो औकात नजर आती है, नम्रता हो तो बड़प्पन बढ़ जाती है.
daulat ho to aukat najar aati hai ,
namrtta ho to badppan badh jati hai ..!!
ना कर जिद, अपनी औकात में रह ऐ दिल, वो बड़े लोग है अपने शौक से याद करते है.
Na kar jid , apni aukat me rah e dil,
wo bade log hai apne aukat se yad karte hai ..!!
सूखा हुआ पत्ता साखों से टूट जाता है, औकात की बात मत कर सब कुछ यही छूट जाता है.
Sukha hua pata sakhon se tut jata hai
aukat ki baat mat kar sab kuch yahi chut jata hai ..!!
अपनों ने हमारी औकात बताई थी, हमने तो शराफ़त से हुनर दिखाई थी.
apno ne hamari aukat batai thi ,
humne to sharaft se hunar dikhai thi ..!!
काम निकल जाए तो औकात दिखते है लोग,
वरना पाँव पकड़कर गिड़गिड़ाते है लोग.
Kam nikal jae to aukat dikhate hai log,
warna paav pakdar gidgidate hai log..!!
वो मेरी नहीं हुई तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं, क्योंकि शेर से दिल लगाये बकरी की इतनी औकात नहीं।
Wo meri nahi hui to isme hairat ki koi bat nahi ,
kyuki sher se dil lagaye bakari ki itni aukat nahi..!!
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हमे आशा है आपको हमारा पोस्ट aukat shayari in hindi आपको पसन्द आया होगा और उम्मीद करते है की आप इस पोस्ट को आगे जरूर शेयर करेंगे और साथ ही आपको कौनसी लाइन सबसे अच्छी लगी हमे कॉमेंट करके जरूर बताए ।
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